राष्ट्रसंत प. पु. कमलमुनिजी म. सा. का चातुर्मास भायंदर में
महाराष्ट्र जैन वार्ता
भायंदर : हर किसी के लिए पहले देश, फिर बाकी चीजें होनी चाहिए। क्योंकि देश है तो हम है, और देश ही नही होगा तो किसी का क्या मतलब होगा। गाय के नाम पर कोई भी राजनीति ना करें,बल्कि उसके लिए भी मत्स्य मंत्रालय की तरह गौ मंत्रालय का भी गठन किया जाना चाहिए।
इस तरह के विचार चातुर्मास हेतु भायंदर आएं राष्ट्रसंत प. पू.कमलमुनिजी म. सा. ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि जीवन प्रकृति पर निर्भर हैं। जिस तरह पर्यावरण का कत्ल करने पर सजा है तो प्राणियों को मारने पर क्यों नहीं? जिस तरह गौमाता को लेकर अन्य भाजपा की सरकारों ने जो नियम बनाये हैं वे सभी नियम अन्य भाजपा सरकारों ने भी अपने राज्य में लागू करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के सभी संत अगर एक एक गांव भी गोद ले ले तो इस समाज से बुराई का अंत निश्चित हैं। कमलमुनिजी ने कहा कि, लोगों को न्याय व्यवस्था, प्रशासन और पत्रकारों पर आज भी विश्वास हैं और अपनी समस्या के हल हेतु उम्मीद की नजरों से देखते हैं। उन्होंने भड़काउ भाषण देनेवालों की कडवे शब्दों में निंदा की।
उन्होंने कहा कि संतों को राजनीति से दूर रहना चाहिए वे देश का नेतृत्व करें ना कि राजनीति का। ज्ञात हो समस्त श्री राजस्थानी जैन संघ, भायंदर पुर्व के तत्वधान में राष्ट्रसंत के साथ तपो केसरी श्री घनश्याममुनिजी म.सा., सेवाभावी कौशलमुनिजी म.सा., कविरत्न अक्षतमुनिजी म.सा. आदी ठाणा 4 का चातुर्मास प्रवेश 19 जुलाई प्रातः 8 बजे अंबेश भवन से ओस्तवाल बगीचा, आर एन पी पार्क, भायंदर पूर्व में होगा जंहा धर्म सभा होगी। इस मंगलमय अवसर पर अमेरिका की संस्था द्वारा राष्ट्रसंत को विशेष पुरुस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
संघ के अध्यक्ष उमरावसिंह ओस्तवाल, कार्याध्यक्ष दिलीप जैन, महासचिव सुंदरलाल लोढ़ा, कोषाध्यक्ष मांगीलाल पामेचा, प्रचार-प्रसार के प्रविण लुणावत, दिनेश चौधरी ने दर्शन वंदन का लाभ लेने की विनंती की हैं।
