वर्धमान एज्युकेशन एण्ड रिसर्च इन्स्टिट्यूट, पुणे
महाराष्ट्र जैन वार्ता : अभिजित डुंगरवाल
पुणे : राष्ट्रसंत आचार्य सम्राट 1008 प. पू. श्री. आनंदऋषिजी म. सा. के सुशिष्य अर्हम् विज्जा प्रणेता प. पू. श्री. प्रवीणऋषिजी म. सा. आदि ठाणा 2 के सानिध्य में वर्धमान एज्युकेशन एण्ड रिसर्च इन्स्टिट्यूट, पुणे अंतर्गत अद्ययावत ग्रन्थालय सॉफ्टवेअर का विमोचन हुआ।
प.पू. प्रवीणऋषिजी म.सा. ने पुरा सॉफ्टवेअर, ग्रन्थालय, प्रोजेक्ट्स, अभ्यासक्रम आदि का पुरा अवलोकन किया। ज्ञान जिज्ञासा रिसर्च बुक का विमोचन हुआ,बुक के संपादक के.के जैन एवं प्रो. महेश देसाई एवं लायब्ररी सॉफ्टवेअर के लाभार्थी एम टेक इनोव्हेशन के व्यवस्थापकीय संचालक विजय गांधी का सत्कार हुआ।
संस्था की जानकारी समन्वयक अर्चना लुणावत ने दि। उसके बाद उपाध्याय प्रवर के बुक्स की जानकारी संक्षिप्त में प्रस्तुत कि गयी। वर्धमान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष विलास राठोड ने मान्यवरों का परिचय करके सभी को सन्मानित किया ।
उपाध्याय प्रवर ने अपनी ज्ञानवाणी से आगमों के संदर्भ के साथ वर्धमान एजुकेशन एण्ड रिसर्च इन्स्टिट्युट को ओर आगे रिसर्च के उपर कार्य करके आधुनिक जीवन को कैसे जोडा जा सकता है, इसके उपर कैसे काम कर सकते है, यह बताया। साथ ही संस्था की सराहना करते हुए आशिर्वाद दिए ।
कार्यक्रम के लिए सभी संघ के संघपती साथ ही संस्था की अध्यक्षा मधुबाला चोरडिया, राजकुमार चोरडिया, कृष्णकुमार गोयल, राजेन्द्र मुथा, राजश्री पारख, जितु तातेड, भंवरलाल कांकरिया, विमल बाफना, सुषमा लुंकड, निर्मला छाजेड, ललिता ओसवाल, निर्मला कांकरिया, कुंदनमल दरडा, प्रमोद लुंकड, अशोककुमार पगारिया, सुमतीलाल लोढा आदि संस्था के सभी ट्रस्टीगण एवं डॉ. कमलकुमार जैन, शकुंतला चोरडिया, चंदा समदडिया, डॉ. लिना संचेती, श्रद्धा लुणावत, नितल बाफना आदि वर्धमान एजुकेशन के सभी अध्यापक उपस्थित थे। वर्धमान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष एवं वर्धमान एजुकेशन के सचिव विलास राठोड ने सभी ट्रस्टीगण, मान्यवर, दानदाताओं के आभार प्रकट किये।
