पुणे के कोंढवा रोड स्थित शंखेश्वरम रेसिडेन्सी में भव्य महोत्सव संपन्न
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : पुणे के कोंढवा रोड स्थित शंखेश्वरम रेसिडेन्सी के जैन मंदिर में श्री पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा बड़े ही श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। इस भव्य धार्मिक समारोह में जैन समुदाय के अनेक श्रद्धालु शामिल हुए।
इस मंदिर की स्थापना की परिकल्पना स्वर्गीय श्री फुलचंदजी राठौड़ ने की थी, जिसे उनकी पत्नी मीनाबेन राठौड़ और उनके परिवार ने परम पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्रीमद विजय विश्वकल्याण सुरीश्वरजी महाराज साहेब के मार्गदर्शन में पूर्ण किया।
इस अवसर पर श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति की भव्य प्राणप्रतिष्ठा की गई। यह प्रतिष्ठा परम पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्रीमद विजय विश्वकल्याण सुरीश्वरजी महाराजसाहेब की 100 वीं प्राणप्रतिष्ठा थी, जिससे यह क्षण जैन समाज के लिए ऐतिहासिक बन गया।
इस वर्ष के महोत्सव में धार्मिक, सांस्कृतिक और भक्ति से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस महोत्सव का आयोजन मीनाबेन राठौड़ और शंखेश्वरम रेसिडेन्सी के जैन समाज के लोगों ने भव्य रूप से किया।
23 मार्च से 27 मार्च 2025 के दौरान संपन्न हुए इस धार्मिक आयोजन में अंजन शलाका, मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा और ध्वजारोहण जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान संपन्न हुए। इसके अलावा भक्तिभाव से ओत-प्रोत संगीत, विशेष पूजन और धार्मिक चर्चाओं का भी आयोजन किया गया।
इस भव्य उत्सव ने पूरे क्षेत्र में एक विशेष आध्यात्मिक वातावरण बना दिया। इस कार्यक्रम में शामिल हुए हर श्रद्धालु ने आस्था और आनंद की अनूठी अनुभूति प्राप्त की। “धर्म की सेवा ही सच्ची सेवा है” – इस संदेश को प्रसारित करता यह आयोजन जैन समाज के लिए प्रेरणादायी सिद्ध हुआ।
प्राणप्रतिष्ठा के दिन परम पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्रीमद विजय विश्वकल्याण सुरीश्वरजी महाराज साहेब के पावन हाथों से इस सोसायटी के श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष संघ की स्थापना की गई, जिसमें गुरु के रूप में पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री विजय विश्वकल्याण महाराज साहेब की घोषणा की गई।
इस आयोजन ने पुणे के जैन समुदाय में धार्मिक ऊर्जा और समर्पण की नई लहर पैदा की, जो आने वाले वर्षों तक एक प्रेरणा बनी रहेगी।
