ओम बिरला की प्रमुख उपस्थिति : समाजसेवकों को मिला ‘सेवा रत्न सम्मान’
महाराष्ट्र जैन वार्ता
मुंबई : तीर्थंकर भगवान महावीर के सिद्धांतों अहिंसा, समता, सत्य और अपरिग्रह पर आधारित “संवाद से समाधान एक परिचर्चा” का भव्यतम आयोजन महावीरायतन फाउंडेशन के तत्वावधान में यशवंतराव चव्हाण सभागृह, मुंबई में संपन्न हुआ।
इस आयोजन का उद्देश्य धर्म, शासन और समाज के बीच सार्थक संवाद स्थापित कर सामाजिक समाधान की दिशा तय करना था। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रेरणास्रोत एवं परिकल्पनाकार श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी रहे, जिनके मार्गदर्शन में अंतरधार्मिक संवाद की यह श्रृंखला नव ऊर्जा, नव विश्वास और समाधान की संस्कृति का प्रतीक बन गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे भारतीय गणराज्य के लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, जबकि महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति राम शिंदे, राज्यमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवरा की विशेष उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा दी।
इस अवसर पर समाज सेवा, शिक्षा, पर्यावरण तथा सांस्कृतिक संरक्षण जैसे विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले महानुभावों को “समाज सेवा रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कर-कमलों द्वारा सुदर्शन डूंगरवाल को भी “समाज सेवा रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह क्षण समारोह का एक गौरवपूर्ण और प्रेरणादायी पल बन गया।
कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. सोमा घोष की शास्त्रीय संगीत प्रस्तुति ने हज़ारों श्रोताओं को भक्ति और भावनाओं से आप्लावित कर दिया। साथ ही लघु नाटिकाएं, भक्ति गीत और संवाद सत्रों ने भी जनमानस को भीतर तक स्पर्श किया। यह आयोजन केवल एक मंच नहीं, बल्कि समाज, शासन और धर्म के बीच संवाद से समाधान की दिशा में एक ठोस और प्रेरक कदम साबित हुआ।
