धार्मिक संस्कारों की महत्ता पर जोर : श्री संघ के निमंत्रण को किया स्वीकार
महारष्ट्र जैन वार्ता
निगडी : श्रवण संघीय युवाचार्य प्रवर प.पु. महेंद्रऋषिजी म.सा. अपने साधु-साध्वी व्रुंद के साथ आकुर्डी-निगडी प्राधिकरण के श्री संघ प्रांगण में पधारेंगे।
आकुर्डी-निगडी श्रवण संघीय युवाचार्य प. पु. महेंद्रऋषिजी म. सा., साधु-साध्वी व्रुंद सहित आकुर्डी-निगडी प्राधिकरण श्री संघ के प्रांगण में पहुंचे। उनके आगमन पर श्री संघ के विश्वस्त मंडल ने संघाध्यक्ष सुभाष ललवाणी के नेतृत्व में भावपूर्ण स्वागत किया।
युवाचार्य प. पु. महेंद्रऋषिजी म. सा. के आगमन से पूर्व, श्री संघ के विश्वस्त मंडल ने अंबिका नगर (अहिल्यानगर) जाकर उनसे श्री संघ में पधारने की विनती की। इस दौरान मितभाषी प. पु. हितेंद्रऋषिजी म. सा., तपस्वी प. पु. धवलऋषिजी म. सा. और साध्वी व्रुंद के भी दर्शन प्राप्त हुए।
अपने धर्मसंदेश मेंयुवाचार्य प. पु. महेंद्रऋषिजी म. सा. ने बच्चों को छोटी उम्र से ही धार्मिक संस्कारों से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने अपने गुरु आचार्य भगवंत प. पु. आनंदऋषिजी म. सा. के साथ बिताए अनुभव साझा किए और आकुर्डी-निगडी प्राधिकरण श्री संघ तथा तपगंगोत्री मिराबाई लुणिया के प्रति स्नेह व्यक्त किया।
इस समय संघाध्यक्ष सुभाष ललवाणी, उपाध्यक्ष विजय गांधी, पूर्व अध्यक्ष जवाहर मुथा, कोषाध्यक्ष नेनसुख मांडोत, और विश्वस्त मदनलाल कोचर सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से गुरुचरणों में अपनी विनती प्रस्तुत की।
तत्पश्चात, महाराष्ट्र प्रवर्तक प. पु. कुंदनऋषिजी म. सा. और आनंद गुरुकुल प्रवर्तक प. पु. आलोकऋषिजी म. सा. के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त किए। नवनिर्मित आनंद पार्श्व गुरुकुल को सदिच्छा भेंट दी गई। इसके पहले, शिरुर नगरी में आकुर्डी-निगडी का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक चातुर्मास सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। महासाध्वी डॉ. राजश्रीजी म. सा. और प. पु. जिनाज्ञाश्रीजी म. सा. के मंगल दर्शन प्राप्त हुए।
