पद्मश्री आचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरिश्वरजी महाराज साहेबजी ने विद्यार्थियों को दी संस्कारों की प्रेरणा
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : आचार्य श्री विजय वल्लभ स्कूल में गच्छाधिपति शांतिदूत पद्मश्री श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरिश्वरजी महाराज साहेबजी का मार्गदर्शक प्रवचन संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों ने भजन प्रस्तुत कर महाराज साहेबजी का आदर और स्नेहपूर्वक स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मोक्षानंदजी महाराज साहेबजी द्वारा भजन और प्रार्थना से हुई, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। अपने प्रेरणादायक प्रवचन में उन्होंने विद्यार्थियों को सच्चा और अच्छा इंसान बनने की सीख दी।
इसके बाद पद्मश्री श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरिश्वरजी महाराज साहेबजी ने अपने प्रवचन में जीवन के वास्तविक सुख का अर्थ समझाते हुए विद्यार्थियों को संस्कारों और नैतिक मूल्यों का पालन करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि अच्छी चारित्र्य संपन्न पीढ़ी का निर्माण ही समाज की उन्नति का आधार है। विद्यालय की तरक्की देखकर उन्होंने विद्यालय परिवार को भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान किए।
पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त करने के उपलक्ष्य में विद्यालय के चेयरमैन सुभाष परमार, मैनेजिंग ट्रस्टी सुभाष ओसवाल और ट्रस्ट के सदस्य केसरीमल मुथा, पुखराज संघवी और सुरेश परमार ने महाराज साहेबजी को सम्मान चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
चेयरमैन सुभाष परमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए पद्मश्री श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरिश्वरजी महाराज साहेबजी के प्रति आदर और स्नेह की भावना प्रकट की और विद्यालय में उनके आगमन को सौभाग्य बताया।
