बच्चों का गर्मजोशी से स्वागत, खेल, संगीत और कहानियों के साथ सिखने की यात्रा की हुई शुरुआत
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : प्री-स्कूल शिक्षा बच्चों की शैक्षणिक और सामाजिक यात्रा की बुनियाद होती है। यह एक ऐसा चरण है जहां जिज्ञासा, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को पोषित किया जाता है। आचार्य श्री विजय वल्लभ स्कूल में 16 जून 2025 को प्री-स्कूल का पहला दिन उत्सव और उमंग के साथ मनाया गया।
16 जून 2025 की एक उल्लासपूर्ण सुबह, आचार्य श्री विजय वल्लभ स्कूल में प्री-स्कूल शिक्षा का पहला दिन पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। स्कूल ने अपने सबसे छोटे विद्यार्थियों का स्वागत सुंदर गुब्बारों से सजे प्रवेश द्वार के माध्यम से किया। माहौल अत्यंत जीवंत, रंगीन और हर्षोल्लास से भरा हुआ था।
कक्षा के भीतर, बच्चों के लिए विभिन्न मनोरंजक और शैक्षणिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इंटरैक्टिव गेम्स से लेकर रंग-बिरंगे क्राफ्ट सत्रों तक, हर गतिविधि को इस तरह डिजाइन किया गया था कि बच्चों को सीखने की प्रक्रिया मज़ेदार और सहज लगे।
शिक्षकों ने छात्रों के साथ सौहार्द्रपूर्ण संबंध स्थापित किए, जिससे बच्चे जल्दी ही स्कूल के वातावरण से घुल-मिल गए। शिक्षकों ने बच्चों को स्वतंत्र रूप से अपनी बात कहने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे उनमें आत्मविश्वास विकसित हो सके।
मनोरंजन को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए विद्यार्थियों के लिए नृत्य सत्र, मधुर संगीत और दिलचस्प कहानियों का आयोजन भी किया गया। इससे न केवल बच्चों का दिन आनंदमय बना, बल्कि उन्होंने नए अनुभवों के साथ मुस्कान और उत्साह भी पाया।
कार्यक्रम का समापन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और माता-पिता के संतोष के साथ हुआ। यह दिन नन्हे शिक्षार्थियों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बना। यह संपूर्ण आयोजन विद्यालय की समन्वयक श्रीमती भाविका राठौड़ के कुशल मार्गदर्शन और योजना से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
