2500 से अधिक महिलाओं की भागीदारी : संतों के सानिध्य में हुआ आयोजन
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : वर्धमान प्रतिष्ठान में जिनेश्वरी ग्रुप का वार्षिक संमेलन बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर प. पु. प्रवीणऋषिजी म. सा. आदि ठाणा, प. पु. आदर्शज्योतिजी म. सा. आदि ठाणा और प. पु. सुनंदाजी म. सा. आदि ठाणा के पावन सानिध्य में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
प. पु. ओजसदर्शनाजी म. सा. की प्रेरणा से चल रहे जिनेश्वरी ग्रुप की शाखाएँ आज देशभर में फैली हुई हैं और इसमें ढाई हजार से अधिक महिलाएँ सक्रिय रूप से सदस्य हैं। इस अधिवेशन का आयोजन सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक वर्धमान प्रतिष्ठान में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत जिनेश्वरी की पालकी से हुई, जिसे राजश्री पारख, मधुबाला कटारिया, चंचल कोठारी और स्वाति सुराणा ने अपने कंधों पर उठाकर मंच तक पहुँचाया। तत्पश्चात पालकी को सभी श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु रखा गया।
चंदननगर में प. पु. ओजसदर्शनाजी म. सा. का चातुर्मास चल रहा है, किंतु आज के इस अधिवेशन को विशेष रूप से गुरुदेव के सानिध्य में आयोजित किया गया। उपाध्याय प. पु. प्रवीणऋषिजी म. सा. की मंगल उपस्थिति में यह भव्य आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
जिनेश्वरी ग्रुप का यह वार्षिक अधिवेशन महिलाओं की एकता, आध्यात्मिकता और सामाजिक सहभागिता का सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया।
“जिनेश्वरी ग्रुप का यह अधिवेशन हमारे लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत है। संतों के पावन सानिध्य में इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं का एकत्रित होना हमारे समूह की शक्ति और एकजुटता का प्रमाण है।” – राजश्री पारख, अध्यक्षा, स्वागत समिति
