महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क : अभिजित डुंगरवाल
पुणे : जैन समाज के चारों संप्रदायों ने मिलकर और अपने साथ परिसर के बाकी समाज को सम्मिलित कर श्री सकल गंगाधाम महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिती के मार्गदर्शन के अनुस्वरूप एक बहुत ही सुन्दर वरघोडे को साकार किया।
बहुत ही खुशहाली और स्नेह भरे वातावरण के साथ जिस वरघोड़े की शुरुवात वर्धमानपुरा सोसाइटी के जैन मंदिर से हुई। परिसर की सभी सोसायटियों से गुजरते हुए गंगाधाम फेज २ के जैन मंदिर पर जाकर वरघोडे की संपन्नता हुई।”जय जिनेंद्र! जय महावीर!” की गूंज पूरे परिसर मैं गूंज रही थी और साथ ही साथ २००० से भी ऊपर अनुयायियों का काफिला चल रहा था।
परिसर की सभी सोसायटियों ने इसमें अपनी अपनी तरफ से योगदान दिया और वरघोडे को पूर्णत्व का स्वरूप दिया। इस में ५ रथ, ३ बैंड, १ ढोल ताशा पथक, १ डिजे को साथ लेकर चलने वाले वरघोडे की शोभा देखते बनती थी।
फूलों से सजी बग्गी और बच्चों से लदे रथ वरघोड़े की शोभा मैं और निखार ला रहे थे। जैन ध्वजों का समुंदर सा छा गया था और सोने पे सुहागा का काम इंद्र ध्वजा कर रही थी। बँड, ढोल ताशे के साथ साथ डीजे पर भगवन महावीर के सुंदर स्तवन कानों को सुकून दे रहे थे और जन समूह को ताल पर थिरकने के लिए उत्साहित कर रहे थे।
