परिवर्तन चातुर्मास 2025 : विश्वमंत्र का महासंगम दिव्यता और भव्यता से सम्पन्न
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पुणे शहर में एक अनुपम और ऐतिहासिक अध्यात्मिक आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें सव्वा करोड़ नवकार महामंत्रों का सामूहिक जाप किया गया। उपाध्याय प.पू. श्री प्रवीणऋषिजी म.सा. (आदि ठाणा-2), दक्षिणज्योति प.पू. श्री आदर्शज्योतिजी म.सा. (आदि ठाणा-3) एवं जिनशासन गौरव प.पू. श्री सुनंदाजी म.सा. (आदि ठाणा-6) के दिव्य सान्निध्य में यह महासंयोजन पुणेवासियों के लिए एक ऐतिहासिक पुण्यपर्व बन गया।
6000 से अधिक जैन परिवारों की सामूहिक उपस्थिति में जब नवकार महामंत्र का एक साथ उच्चारण हुआ, तो पूरे वातावरण में अद्भुत ऊर्जा, शांति और दिव्यता का संचार हुआ। यह सिर्फ एक साधना नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक युग की शुरुआत थी।
नवकार महामंत्र को विश्वमंत्र कहा गया है यह आत्मशुद्धि, शांति और कल्याण का महामंत्र है। सामूहिक रूप से इसका जाप कर पुणे ने साधना की नई ऊँचाइयों को छू लिया।
“इस आयोजन ने आदिनाथ जैन स्थानक के लिए गौरव का क्षण ला दिया। समाज की एकता और आध्यात्मिक श्रद्धा की यह मिसाल युगों तक स्मरणीय रहेगी।” — अनिल नाहर, अध्यक्ष, आदिनाथ जैन स्थानक ट्रस्ट
“यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हजारों लोगों की श्रद्धा, भक्ति और तपश्चर्या का परिणाम था। चातुर्मास समिति को इसकी सफलता का गर्व है।” — सुनील नाहर, अध्यक्ष, परिवर्तन चातुर्मास समिति
“हजारों पुणेकरों का आत्मीय स्वागत कर, हम सभी ने नवकार महामंत्र के सामूहिक प्रभाव को महसूस किया। यह स्वागत नहीं, आत्मीय एकता थी।” — राजश्री पारख, स्वागत अध्यक्ष, परिवर्तन चातुर्मास समिति
