महाराष्ट्र न्युज नेटवर्क : अभिजित डुंगरवाल
पुणे : जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (JITO) द्वारा जीतो एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग फाउंडेशन (JATF), सरहद पुणे और स्प्रिंग बड्स स्कूल, बडगाम, श्रीनगर के सहयोग से आयोजित यह आईएफ़एल अहिंसा रन – २ कश्मीर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। कश्मीर में अहिंसा दौड़, जिसे हम गर्व से भारत का मुकुट भी कहते है, का बहुत प्रतीकात्मक महत्व है।
कांतिलालजी ओसवाल ने कहा कि, यह ऐतिहासिक कार्यक्रम पहली बार कश्मीर में आयोजित किया गया और इस खूबसूरत क्षेत्र में अहिंसा और सद्दभाव को बढ़ावा देने में इसका बहुत महत्व है। अपने व्यक्तव्य में उन्होंने ख़ास कर के जीतो लेडीज़ विंग का उल्लेख करते हुए अहिंसा रन के भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में इसका सफल आयोजन के पीछे इनके कार्य को ओर मेहनत को सहारा।
उन्होंने कहा यह ऐतिहासिक सफलता जिसमें दुनिया भर से 100 से ज़्यादा जगह से 1 लाख से ज़्यादा लोगो ने हिस्सा लिया।इसमें जीतो अॅपेक्स लेडीज़ विंग चेअरपर्सन संगीता ललवानी का और उनके साथ डायरेक्टर इन चार्ज सुनीता बोहरा और पूरी लेडीज़ विंग का काफ़ी बड़ा योगदान रहा है।
कश्मीर में अहिंसा दौड़ जिन व्यक्तियों के अटूट प्रयासों से संभव हुई, जिनकी प्रतिबद्धता ने कार्यक्रम के क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त किया उन में इंदर जैन वाईस प्रेसिडेंट JATF अॅपेक्स, इंद्रकुमार छाजेड चेअरमेन JATF ROM झोन, संजय नहार प्रेसिडेंट सरहद, डॉ शैलेश पगारीया, प्रेसिडेंट अरहम फाउंडेशन का महत्व पूर्ण मार्गदर्शन रहा। इन्होंने इस आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लाल चौक से प्रतीकात्मक शुरू करने के बाद, स्प्रिंग बड्स स्कूल, बड़गाम से इसे हरी झंडी दिखा के शरू की गई।अहिंसा दौड़ में १०० से अधिक जीतो एवं जेएटीएफ़ के पदाधिकारियों सहित स्कूल के विद्यार्थी, विद्यार्थिनी सहित ५०० से अधिक व्यक्तिओ ने भाग लिया, जो अहिंसा और भाईचारे की भावना को प्रतिध्वनित करते थे।
अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य भगवान महावीर के अहिंसा के संदेश को जन जन तक पहोचाना, क्षमा, सकारात्मकता और प्रेम की भावनाओं को जागृत करना था। कांतिलाल ओसवाल ने सामंजस्यपूर्ण समाज को बढ़ावा देने के कार्यक्रम के व्यापक उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा कि, अहिंसा दौड़ का उद्देश्य एक बेहतर दुनिया के लिए जागरूकता पैदा करना, युद्धों नफरत को रोकने का प्रयास करना और हमारे आसपास शांति और अहिंसा को बढ़ावा देना है।
अहिंसा दौड़ में पूरे भारत से JITO के 100 से अधिक व्यक्तिगत प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके अलावा, दारपुरा और बांदीपुर के छात्र उत्साहपूर्वक इस पहल में शामिल हुए, जिससे कार्यक्रम की समावेशी प्रकृति और विविध पृष्ठभूमि के लोगों के लिए इसकी अपील पर प्रकाश डाला गया।
यह दौड़ सामाजिक मुद्दों के सामने सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने में समूह प्रयासों की प्रभावशीलता का एक प्रेरक अनुस्मारक थी। प्रतिभागियों के कदम, जो एक बेहतर और अधिक शांतिपूर्ण भविष्य की आशा का प्रतिनिधित्व करते थे, श्रीनगर से गुजरते हुए अहिंसा के चिरस्थायी संदेश को प्रतिध्वनित कर रहे थे।
इस अहिंसा रन में जिन्होंने भाग लिया इसमें कांतिलाल ओसवाल-प्रेसिडेंट – JITO अॅपेक्स के अलावा, जीतो अॅपेक्स एडवाइजरी कौंसिल के मोतीलाल ओसवाल, गणपतराज चौधरी, शांतिलाल कवार, विनोद दुगर चेअरमेन JATF, राजेंद्र जैन व्हाईस चेअरमेन जीतो अॅपेक्स, नरेंद्र मेहता प्रेसिडेंट JATF, दिलीप चंदन डायरेक्टर JITO अॅपेक्स, शैलेश हरण डायरेक्टर JITO अॅपेक्स, विक्रम जैन डायरेक्टर JITO अॅपेक्स, रिखबचंद मेहता डायरेक्टर JITO अॅपेक्स, संजय नाहर अध्यक्ष सरहद, डॉ. शैलेश पगारिया अध्यक्ष अर्हम फाउंडेशन, इंदर जैन उपाध्यक्ष JATF, ओमप्रकाश कानूगो ट्रेजरर JATF, इंद्रकुमार छाजेड़ झोन चेअरमेन JATF ROM, जयंतीलाल जैन झोन चेअरमैन जेएटीएफ ईस्ट झोन, मनोज दुगर झोन चेअरमैन जेएटीएफ टीएनएपीटीएस झोन, रमेश बोहरा झोन चेअरमैन जेएटीएफ केकेजी झोन, संपत जैन झोन चेअरमैन जेएटीएफ मुंबई झोन, राजेश चंदन चेअरमैन जेबीएन आदि कई पदाधिकारियों ने इस अहिंसा रन में सम्मिलित हुए।
