त्रिवेणी पर्व पर भव्य रक्तदान शिविर संपन्न
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : 6 अप्रैल 2025, रविवार को पुणे के बाणेर में औंध, बाणेर, बालेवाडी, पाषाण, पिंपळे निलख जैन सकल संघ (ABBPP) द्वारा आयोजित भव्य रक्तदान शिविर ने सेवा, समर्पण और एकता का नया अध्याय लिखा। रामनवमी, विश्व स्वास्थ्य दिवस और भगवान महावीर जन्मकल्याणक जैसे पावन पर्वों के त्रिवेणी संगम पर आयोजित इस शिविर में समाज के सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस आयोजन की सफलता में सुनील नहार, सचिन नहार, रविंद्र लुंकड, नितिन बांठिया, दीपक बांठिया, अमित संचेती, संतोष शिंगवी, कुणाल चोरडिया, आदित्य गादिया, धीरज कोठारी, आनंद कांकरीया, भारत बोरा, नितिन जैन, पारस कटारिया तथा ABBPP संघ के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम उल्लेखनीय रहा।
मानवता के रंग में रंगा पुणे : 811 रक्तदाताओं का नया कीर्तिमान
इस शिविर में 811 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर पुणे में सेवा और समर्पण की एक मिसाल पेश की। आयोजन के मुख्य संयोजक सचिन नहार ने बताया कि रक्त संग्रहण का तय लक्ष्य पूर्ण होने पर सभी कार्यकर्ताओं और रक्तदाताओं के सहयोग से यह कीर्तिमान संभव हुआ।
प्रेरणा का स्रोत, सफलता की नींव :
पूज्य उपाध्याय प्रवर, अर्हम विज्जा प्रणेता परम पूज्य प्रविण ऋषिजी म.सा. की प्रेरणा से सुनील और सचिन नहार ने इस आयोजन को न केवल दिशा दी, बल्कि इसे पुणे के सामाजिक दायरे में एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बना दिया।
सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र का समर्थन :
शिविर को शुभकामनाएं और सहयोग देने हेतु अनेक माननीयों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में सिद्धार्थ शिरोळे, अभय छाजेड, अमोल बालवडकर, सनी निम्हण शामिल थे।
जनमानस को समर्पित सामाजिक यज्ञ :
यह आयोजन सिर्फ रक्तदान का शिविर नहीं था, बल्कि समाज में सेवा, एकता और करुणा का जीवंत उदाहरण बन गया। आयोजकों ने सभी सहभागी रक्तदाताओं, कार्यकर्ताओं और सहयोगियों का हृदय से धन्यवाद करते हुए यह संदेश दिया कि जब हम सभी मिलकर सेवा की भावना से एक कदम बढ़ाते हैं, तो समाज को नई दिशा मिलती है।
“यह केवल रक्तदान नहीं था, यह मानवता का उत्सव था। समाज की सेवा करने का ऐसा सुनहरा अवसर बार-बार नहीं आता। हम सभी पुणेकरों का दिल से आभार मानते हैं।”
— सचिन नहार
“प्रविण ऋषिजी म.सा. की प्रेरणा और संघ के समर्पण से यह आयोजन संभव हुआ। समाज ने एक बार फिर दिखा दिया कि जब बात सेवा की हो, तो हम सभी एक हैं।”
— सुनील नहार
