उपाध्याय प्रवीणऋषिजी म.सा. : चतुर्विध संघ के सान्निध्य में होगा ऐतिहासिक धार्मिक कार्यक्रम
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : पुणे की पुण्यभूमि एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन की साक्षी बनने जा रही है, जहां हजारों श्रद्धालु एक साथ भक्तामर स्तोत्र का सामूहिक अनुष्ठान करेंगे। यह आयोजन जैन समाज के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण बनकर उभरेगा।
पुणे में रविवार, 6 जुलाई 2025 को उपाध्याय प. पू. श्री प्रवीणऋषिजी म. सा. (आदि ठाणा-2), दक्षिणज्योति प. पू. श्री आदर्शज्योतिजी म. सा. (आदि ठाणा-3) तथा जिनशासन गौरव प. पू. श्री सुनंदाजी म. सा. (आदि ठाणा-6) के दिव्य सान्निध्य में भव्य 1008 भक्तामर अनुष्ठान एवं चातुर्मास प्रवेश समारोह का आयोजन होने जा रहा है।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की शुरुआत 6 जुलाई को प्रातः 7:00 बजे शत्रुंजय मंदिर से भव्य शोभायात्रा के साथ होगी, जो वर्धमान सांस्कृतिक केंद्र की ओर प्रस्थान करेगी। प्रातः 7:30 बजे से मुख्य धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति अपेक्षित है।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा 1008 श्रद्धालुओं द्वारा एक साथ किया जाने वाला भक्तामर स्तोत्र अनुष्ठान, जो पुणेवासियों के लिए एक दिव्य और आध्यात्मिक अनुभूति लेकर आएगा। इसके साथ ही, उपाध्याय श्रीजी तथा अन्य तपस्वी संतों के चातुर्मास प्रवेश के रूप में पुणे जैन समाज को एक महत्वपूर्ण धार्मिक क्षण का साक्षात्कार प्राप्त होगा।
इस कार्यक्रम में श्री आदिनाथ संघ के अध्यक्ष अनिल नहार, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष सुनील नहार तथा स्वागत समिति के अध्यक्ष राजश्री पारख ने समस्त जैन समाज बंधुओं को सपरिवार आमंत्रित किया है।
इस आयोजन का संयोजन श्री आदिनाथ स्थानकवासी जैन स्थानक भवन, पुणे एवं उपाध्याय श्री प्रवीणऋषिजी परिवर्तन चातुर्मास समिति 2025 द्वारा किया जा रहा है।
इस भव्य आध्यात्मिक अवसर का लाभ लेने हेतु सभी श्रद्धालुओं से आग्रह है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस पुण्य आयोजन का हिस्सा बनें एवं आत्मकल्याण के मार्ग पर अग्रसर हों।
