परिवर्तन चातुर्मास 2025 : विश्वमंत्र का महासंगम 20 जुलाई को
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत उपाध्याय प.पू. श्री प्रवीणऋषिजी म.सा. (आदि ठाणा-2), दक्षिणज्योति प.पू. श्री आदर्शज्योतिजी म.सा. (आदि ठाणा-3) तथा जिनशासन गौरव प.पू. श्री सुनंदाजी म.सा. (आदि ठाणा-6) के दिव्य सान्निध्य में 20 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक और अद्वितीय आयोजन होने जा रहा है, एक साथ सवा करोड़ नवकार महामंत्र का जाप।
यह महासंयोजन जैन समाज की श्रद्धा, साधना और शक्ति का एक जीवंत उदाहरण बनने जा रहा है, जिसमें 6000 से अधिक परिवार एक साथ नवकार महामंत्र का पठन करेंगे। यह सिर्फ एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा का महासंगम होगा। नवकार महामंत्र को विश्व मंत्र कहा गया है, जिसकी महिमा अपार और असीम है।
यह सर्व संकटों से तारने वाला, आत्मशुद्धि और कल्याण देने वाला महामंत्र है। जब एक साथ हजारों लोग नवकार महामंत्र का जाप करते हैं, तो उस ऊर्जा का कंपन (vibration) प्रत्येक साधक तक पहुँचता है। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सवा करोड़ नवकार जाप का सामूहिक पुण्य लाभ प्राप्त होने वाला है।
परिवर्तन चातुर्मास समिति के उपाध्यक्ष विशाल चोरडिया, विलास पालरेशा, तथा सुरेंद्र संचेती ने समाज के समस्त घटकों से अनुरोध किया है कि वे इस महामंत्र जाप में परिवार सहित सहभागिता कर पुण्य लाभ प्राप्त करें।
पुणे में प. पू. उपाध्याय श्री प्रवीणऋषिजी म. सा. के आगमन पर आयोजित भव्य स्वागत जुलूस में हजारों श्रद्धालु जनों ने भाग लेकर पुण्यभूमि को भक्ति से सराबोर कर दिया। भावविभोर वातावरण, मंगल घोषणाएं, सजीव झांकियां और स्तुति गान से पुणे शहर गूंज उठा। इस स्वागत यात्रा ने पूरे समाज में नवचेतना और नवशक्ति का संचार किया।
इस जाप का आयोजन गौतम लब्धि फाउंडेशन कर रहा है। जाप में सहभागी होने के लिए गौतम लब्धि फाउंडेशन कार्यकर्ताओं से कूपन प्राप्त करें। यह कूपन वर्धमान संस्कृत केंद्र में भी उपलब्ध किया गया है।
यह करना है –
» आपको स्नेही सज्जनों के साथ 7.40 को आना है।
» जाप के पूर्व दि. 19 ता. को चोवीयारा करना है।
» 20 को जाप का उर्जित पानी पीने के बाद, 48 मिनिट कुछ खाना, पीना नहीं है।
» चमडे की कोई भी वस्तु साथ में नहीं लानी।
» अपना श्वेत वस्त्र का आसन ले आईये।
» आते समय चांदी, तांबे धातू के कौनसेभी कलश मे प्रासुल जल लेकर आईय।
यह होगा –
» हजारो मंत्र साधक एक स्वर में विधी पूर्वक मंत्र घोष करेंगे।
» दो घंटे में हर मंत्र साधक को सव्वाकरोड मंत्र जाप अनुष्ठान का सौभाग्य मिलेगा।
» महामंत्र ध्वनि तरंगो से तन मन और चेतना मंत्रमय हो जाएगी।
» महामंत्र अंतर्मनमे स्थिर होगा।
“सवा करोड़ नवकार महामंत्र जाप का आयोजन पूरे समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करने वाला है। हमें भावपूर्वक सहभागी बनना है और पुण्यसंचय करना है।” – संजय सांकला
“यह कार्यक्रम समाज में नई चेतना और ऊर्जा का संचार करने वाला है। इसे केवल देखना नहीं, पूरे मन से इसमें शामिल होना है।” – राजेंद्र मुथा
“युवाओं को यह अवसर साधना और सेवा दोनों में सहभागी बनने का है। हमें इस ऐतिहासिक दिन को भक्ति और अनुशासन के साथ जीना है।” – पवन भंडारी
