श्रद्धालु एवं साधु-साध्वीवृंद की सुविधा हेतु की गई व्यापक व्यवस्थाएँ
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पुणे शहर में प. पू. उपाध्याय श्री प्रवीणऋषिजी म. सा. (आदि ठाणा-२), दक्षिणज्योती प. पू. श्री आदर्शज्योतीजी म. सा. (आदि ठाणा-३), पूज्य जिनशासन गौरव प. पू. श्री सुनंदाजी म. सा. (आदि ठाणा-६) सहित समस्त साधु-साध्वीवृंद का पुण्यप्रद चातुर्मासिक प्रवास जारी है।
चातुर्मास जैसे विशाल आध्यात्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं, तपस्वियों एवं साधु-साध्वी भगवंतों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए समर्पित रूप से “आवास-निवास समिति” का गठन किया गया है, ताकि निवास, विश्राम, जल, विद्युत, शौचालय जैसी आवश्यकताओं की संपूर्ण व्यवस्था सुव्यवस्थित ढंग से की जा सके।
इस समिति में शैलेश नवलाखा, रमेश नवलाखा, आनंद मुथा एवं पंकज नवलाखा जैसे समर्पित सेवाभावी सदस्य शामिल हैं। इन्होंने व्यक्तिगत रुचि और जिम्मेदारी के साथ साधु-साध्वी भगवंतों के आवास स्थलों की स्वच्छता, शांति, सुरक्षा तथा सुविधा सुनिश्चित की है। इनके सतत प्रयासों से सभी साधु-साध्वीवृंद के लिए एक अनुशासित, शांत और धर्ममय वातावरण उपलब्ध कराया गया।
चातुर्मास के दौरान आठई महोत्सव, प्रवचन, ध्यान सत्र आदि धार्मिक आयोजनों में भाग लेने हेतु देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी ठहरने, जलपान, भोजन तथा प्राथमिक चिकित्सा जैसी सभी व्यवस्थाओं की योजना समिति द्वारा बनाई गई। जगह-जगह सहयोग केंद्र, संपर्क दल एवं मार्गदर्शन व्यवस्था उपलब्ध कराई गई जिससे आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
समिति के सभी सदस्यों ने संयम, समर्पण और सेवा के भाव से इस विशाल आयोजन को सुचारु रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनका कार्य न केवल संघ के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत करता है।
