प. पू. प्रवीणऋषिजी म. सा. के अधिवेशन के बाद प्रतिदिन रात्रि जाप से आध्यात्मिक वातावरण निर्मल हुआ
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : कोंढवा स्थित गगन उन्नती सोसायटी में गुरुदेव के अधिवेशन का दिव्य प्रभाव आज भी सभी श्रावक-श्राविकाओं के हृदय में झलकता है।
अधिवेशन के दूसरे दिन, अर्थात् 15 सितंबर से, गुरुदेव की कृपा से प्रतिदिन रात्रि 9:15 बजे सामूहिक जाप का शुभारंभ हुआ। इस जाप में सभी श्रद्धालु मिलकर पाँच नवकार मंत्र, एक लोगस्स, दो नमोत्थुणं, और अंत में मांगलिक व जयकारा का उच्चारण करते हैं।
यह सामूहिक साधना न केवल सोसायटी के वातावरण को शांत और पवित्र बना रही है, बल्कि सभी में अध्यात्म और एकता का भाव भी प्रकट कर रही है। सभी श्रावक-श्राविकाओं की एक ही मंगल भावना है – “जैसे गुरुदेव की कृपा अब तक हम पर बनी रही है, वैसे ही आगे भी बनी रहे।”
इसी भाव से सभी ने निवेदन किया है कि चातुर्मास समाप्ति के पश्चात गुरुदेव सोसाइटी में पधारकर आशीर्वचन प्रदान करें।
