पाडवा पर्व पर चतुर्विध संघ की साक्षी में सुनील नाहर, अनिल नाहर और राजश्री पारख का हुआ सम्मान
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पाडवा पर्व के शुभ अवसर पर प. पु. प्रवीणऋषिजी म. सा. के सान्निध्य में भव्य महामंगलिक का आयोजन हुआ। इस अवसर पर जैन समाज का अपार जनसैलाब उमड़ा, और वातावरण भक्ति, श्रद्धा तथा आध्यात्मिकता से सराबोर हो गया।
पाडवा के दिन चातुर्मास के प्रमुख तीन समाजसेवी सुनील नाहर, अनिल नाहर और राजश्री पारख का सम्मान चतुर्विध संघ की साक्षी में किया गया। यह सम्मान समाज सेवा, निष्ठा और चातुर्मासिक आयोजन में उनके विशेष योगदान के लिए समर्पित रहा।
इस मंगलमय अवसर पर गुरुदेव प. पु. प्रवीणऋषिजी म. सा. ने ‘सूत्र का अंतिम पड़ाव’ समाज के समक्ष अपनी विशिष्ट शैली में प्रस्तुत किया। इस उत्तराध्यान सूत्र के माध्यम से भगवान महावीर का अंतिम संदेश समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक गहराई से पहुँचा।
पूरे परिसर में भक्ति, प्रेरणा और आत्मजागृति का माहौल छा गया। परिवर्तन चातुर्मास के इस समापन पर्व ने समाज में आध्यात्मिक एकता और आत्मचिंतन का गहरा संदेश छोड़ा।

 
			



















