प. पू. प्रवीणऋषिजी म. सा. के सान्निध्य में विजेताओं को सम्मानित किया गया
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : टीम उड़ान (Udaan Designing Life) द्वारा आयोजित ‘सुवीर 2.0 – पुच्छिसुनाम प्रतियोगिता’ का भव्य पुरस्कार वितरण समारोह 25 अक्टूबर 2025 को पुणे के वर्धमान सांस्कृतिक भवन में प. पू. प्रवीणऋषिजी म. सा. के पावन सान्निध्य में अत्यंत श्रद्धा, उत्साह और आध्यात्मिकता के वातावरण में सम्पन्न हुआ।
इस प्रतियोगिता की मुख्य परीक्षा 5 अक्टूबर 2025 को आयोजित की गई थी। इसमें दो आयु वर्गों में परीक्षा ली गई पहला समूह 5 से 13 वर्ष तथा दूसरा समूह 14 से 25 वर्ष तक का था। विशेष रूप से 3 से 5 वर्ष के नन्हे प्रतिभागियों ने भी इसमें भाग लिया और अल्प आयु में ही सम्पूर्ण 29 गाथाएँ कंठस्थ सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान विजेताओं को प्रमिलाबाई सांकला, रवींद्र सांकला और लतिका सांकला के कर-कमलों से पुरस्कार प्रदान किए गए। पहले आयु वर्ग के लिए प्रथम पुरस्कार साइकिल, द्वितीय पुरस्कार स्मार्ट वॉच (2) और तृतीय पुरस्कार स्टडी टेबल (3) थे, जबकि दूसरे आयु वर्ग के लिए प्रथम पुरस्कार किंडल, द्वितीय पुरस्कार फोनिक ग्लासेस और तृतीय पुरस्कार नाइट लैंप रखे गए।
जिन प्रतिभागियों ने सम्पूर्ण 29 गाथाएँ कंठस्थ की थीं, उन्हें विशेष पुरस्कार और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर प. पू. प्रवीणऋषिजी म. सा. ने अपने मंगल प्रवचन में कहा “ज्ञान ही आत्मा का सच्चा आभूषण है।
इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ युवाओं में धर्म, अनुशासन और आत्मविकास की भावना को प्रखर बनाती हैं।” जामखेड के बाल प्रतिभागियों ने धार्मिक नाटिका एवं वाद्य प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी कला का सुंदर प्रदर्शन किया, जिसे उपस्थित जनसमूह ने सराहा।
कार्यक्रम का संचालन टीम उड़ान द्वारा अत्यंत सुसंगठित रूप से किया गया। समाज के वरिष्ठजनों ने आयोजन समिति की सराहना करते हुए युवाओं से धर्म-अध्ययन, संस्कार और मूल्यनिष्ठ जीवन की दिशा में प्रेरित होने का आह्वान किया।
प्रसाद वितरण और आभार प्रदर्शन के साथ ‘सुवीर 2.0’ प्रतियोगिता का यह प्रेरणादायी समारोह सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

















