महाराष्ट्र जैन वार्ता
आकुर्डी : आकुर्डी स्थानक भवन में संपन्न हुए स्वर्णिम चातुर्मास के उपरांत, उपप्रवर्तिनी श्रमणी गौरव प. पू. चंद्रकलाश्रीजी म.सा., प्रवचनविभू प. पू. स्नेहाश्रीजी म.सा. तथा दिवाकरदीप्ति प. पू. श्रुतप्रज्ञाजी म.सा. रविवार को संघाध्यक्ष सुभाष ललवाणी के निवासस्थान पर पधारे।
इस अवसर पर कांता, संकेत, प्रियंका और मिश्का ललवाणी ने गुरुमां एवं साध्वीवृंद का हार्दिक स्वागत किया। मंगलाचरण, गुरु आरती और चौविसी के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। गुरुमां प. पू. चंद्रकलाश्रीजी म. सा. एवं प. पू. स्नेहाश्रीजी म. सा. ने स्वर्णिम चातुर्मास को शिखर पर पहुँचाने हेतु संघाध्यक्ष, विश्वस्त मंडल एवं समस्त श्रीसंघ का आभार व्यक्त किया और साधुवाद प्रदान किया।
ललवाणी परिवार की ओर से आदर की चादर प. पू. चंद्रकलाश्रीजी म. सा., प. पू. स्नेहाश्रीजी म. सा. और प. पू. श्रुतप्रज्ञाजी म. सा. को कांताजी ललवाणी और प्रियंका ललवाणी ने समर्पित की। इस अवसर पर शारदा चोरडिया, अरुणा बोरा, नंदा लुंकड, आशा कर्नावट, माधुरी भंसाली एवं मिश्का ललवाणी उपस्थित रहीं।
गुरुमां एवं साध्वीवृंद के विहार और स्वागत सेवा हेतु आकुर्डी–निगडी प्राधिकरण श्रीसंघ का पूरा विश्वस्त मंडल भी उपस्थित रहा। संघाध्यक्ष सुभाष ललवाणी ने सभी विश्वस्तों एवं उपस्थित भक्तगणों का स्वागत कर कार्यक्रम का समापन किया।















