सादड़ी निवासियों का स्नेह सम्मेलन हर्षोल्लास के साथ संपन्न
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : सफलता के लिए परिवार में सामंजस्य जरूरी है, संयुक्त परिवार में रहने की बात ही अलग है, जिसमे हर कोई सदस्य एक-दुसरे का ख्याल रखता है। इस तरह का मत महेंद्र सुंदेशा सादड़ी निवासियों के सम्मेलन मे व्यक्त किया।
महाराष्ट्र की सांस्कृतिक नगरी पुना में बसे निवासियों सादड़ी का 36 वां स्नेह सम्मेलन हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। बहुत ही शानदार तरी के से हुए इस सम्मेनल में सादड़ी निवासीयों को अपनी कला दिखाने का पूरा मौका मिला।
सुभाष परमार की अध्यक्षता में श्री सादडी (राणकपुर) जैन संघ के तत्वावधान में बिबवेवाडी, गंगाधाम में हुए सम्मेलन का उद्घाटन महेंद्र सुंदेशा, फुलचंद सुंदेशा (निदेशक जितो अपेक्स, ट्रस्टी श्री पार्श्वनाथ विद्यालय, वरकाणा) व विजय भंडारी डिस्ट्रीक्ट गर्व्हनर लायन्स क्लब, उपाध्यक्ष: जीतो श्रमण आरोग्यम्) की उपस्थिति में हुआ।
इस अवसर पर श्री संघ के प्रतिभा संपन्न, उपलब्धि प्राप्त सदस्यगण तथा विशेष गुणवत्ता प्राप्त विद्यार्थीयों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सुंदेशा ने कहा कि, संयुक्त परिवार में रहने की बात ही अलग है। उन्होंने कहा कि आज हमारा ग्रुप व्यवसाय में विश्व स्तर पर कार्यरत हैं और इसका श्रेय सभी भाइयों में सामंजस्य होना है।
उन्होंने कहा कि, हमे गर्व है कि मेरे पिताजी फूलचंद सुंदेशा पहले व्यक्ति थे जिन्होंने गल्फ देशों में व्यवसाय शुरू किया। विजय भंडारी ने भी उपस्थित लोगों को सफलता पर टिप्स दिए।
सम्मेनल में अनेक कार्यक्रमों के अलावा इस अवसर पर “सादडी री वात” समाचार पत्रिका का विमोचन हुआ।
इसे निकालने का उद्देश्य सादड़ी निवासियों को एक दूसरे से जोड़े रखना, उनकी विशेषताओं को जन जन तक पहुचाना हैं। यह परिकल्पना आज से पहले अपने अध्यक्ष पद के कार्यकाल में देखा था जो अब साकार हुआ हैं।
