श्री नमिनाथ स्वामी जिनालय, कर्जत में जैन संघ द्वारा भव्य स्वागत
महाराष्ट्र जैन वार्ता
कर्जत : श्री नमिनाथ स्वामी जिनालय, कर्जत जैन संघ में पंन्यास राजरक्षितविजयजी और पंन्यास नयरक्षितविजयजी का आगमन हुआ। इस अवसर पर रेलवे स्टेशन से जिनालय तक भव्य स्वागत यात्रा निकाली गई, जिसमें सकल जैन समाज ने भाग लिया। बहनों ने मंगल कलश लेकर तीन परिक्रमाएँ कीं और श्रद्धा भाव से गुरु के चरणों में अक्षत अर्पित कर गुरुवंदना की।
विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए पं. राजरक्षितविजयजी ने कहा, “संपत्ति, सत्ता या सुंदरता सुखी जीवन की मास्टर की नहीं है, बल्कि सद्गुण ही जीवन को सुखमय बनाते हैं।” उन्होंने भगवान महावीर स्वामी के आचारांग सूत्र का उल्लेख करते हुए बताया कि संसार के सभी जीव दुःखी हैं और वे खुशी की तलाश में भटकते रहते हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि नई कार, नया बंगला या महंगा मोबाइल फोन प्राप्त करने के बावजूद व्यक्ति पूरी तरह संतुष्ट नहीं होता। लोग खुशी और शांति के लिए हिल स्टेशन, रिसॉर्ट, समुद्र तट या बगीचे में जाते हैं, लेकिन इससे उन्हें स्थायी सुख नहीं मिलता।
उन्होंने आगे कहा, “धन से वंचित व्यक्ति का दुःख उतना भयानक नहीं, जितना शांति से वंचित धनवान व्यक्ति का होता है। भौतिक संसाधन सुविधाएँ दे सकते हैं, लेकिन शांति प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को करुणा, उदारता, सादगी जैसे गुणों को विकसित करना आवश्यक है।”
पं. राजरक्षितविजयजी ने कहा कि सद्गुणों को प्राप्त करने का सर्वोत्तम उपाय परमेश्वर की भक्ति है। तपस्या मोक्ष प्राप्ति का एक छोटा मार्ग है, जबकि ज्ञान सर्वोत्तम उपाय है, लेकिन भक्ति सबसे सरल मार्ग है। उन्होंने समझाया कि तपस्या के लिए मजबूत शरीर और ज्ञान के लिए तेज दिमाग आवश्यक है, जबकि भक्ति के लिए केवल समर्पण चाहिए।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राजा श्रेणिक, अरिहंत भगवान के नाम का स्मरण कर आने वाली चौबीसी में श्री पद्मनाभ स्वामी बनेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रभु की मूर्ति के दर्शन मात्र से जीव का उद्धार संभव है, जैसा कि एक मछली ने प्रभु की प्रतिमा देखकर देवगति प्राप्त की थी।
इस अवसर पर पं. राजरक्षितविजयजी के विशेष प्रवचन 15 से 18 फरवरी तक प्रतिदिन प्रातः 9 बजे आयोजित किए जाएंगे। वहीं, युवा व्याख्याता पं. नयरक्षितविजयजी रात्रि 9 बजे विशेष रूप से भाइयों के लिए व्याख्यान देंगे।
![सुखी जीवन की कुंजी संपत्ति या शक्ति नहीं, बल्कि सद्गुण हैं - पं. राजरक्षितविजयजी 2 Feb 2025 7 1](https://maharashtranewsnetwork.com/wp-content/uploads/2025/02/Feb-2025-7-1-679x1024.jpg)