महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : उपप्रवर्तनी डॉ. परम पूज्य प्रियदर्शनीजी महाराज साहब का संथारा व्रत आज नौवें दिन में प्रवेश कर चुका है। यह व्रत श्री वर्धमान सांस्कृतिक प्रतिष्ठान, कोथरुड में जारी है, जहां जैन समाज के चातुर्विध संघ के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचकर उनके दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
संथारा व्रत धारण करने वाली डॉ. प. पू. प्रियदर्शनीजी महाराज साहब की आयु 86 वर्ष है और उन्हें जैन भगवती दीक्षा लिए 65 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने मात्र 21 वर्ष की आयु में जैन दीक्षा ग्रहण की थी।
वे प्रवर्तनी भारत माता परम पूज्य प्रमोद सुधाजी महाराज साहब की संसारिक बहन हैं। संथारा व्रत के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री वर्धमान सांस्कृतिक प्रतिष्ठान, कोथरुड संघ के अध्यक्ष डॉ. कांतीलाल लोढ़ा सहित कई समाजसेवी एवं पदाधिकारी सेवा कार्यों में सक्रिय हैं।
इनमें रसिक भटेवरा, राजेश गोटी, प्रीतेश कर्नावट, विजय लोढ़ा, ईश्वर भटेवरा, जयप्रकाश शेटीया, नेमचंद शाल, प्रकाश बागमार, विलास राठौड़, जितू तातेड, आदेश खींवसरा, आनंद धाडीवाल, कीर्ती राज कात्रेला, प्रकाश कात्रेला, सुनील छल्लानी शामिल थे।
संतों का सत्संग और दर्शन का लाभ – इस शुभ अवसर पर कई पूज्य साधु-संत संथारा व्रत के दर्शन हेतु पधारे, जिनमें शामिल हैं प. पू. गौरव मुनिजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. गौतम मुनिजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. विशाल ऋषिजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. सुप्रभातजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. सुप्रियाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. मंगल प्रभाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. सत्य साधनाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. सम्यक दर्शनाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. प्रीतीदर्शनाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. सौरभ सुधाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. प्रियसाधनाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. प्रतिभाजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. संबोधीजी म. सा. आदी ठाना, प. पू. चंदनाजी म. सा. आदी ठाना
संथारा व्रत – मोक्ष मार्ग की पावन साधना : संथारा व्रत के इस पावन अवसर पर जैन समाज में गहरी श्रद्धा और भक्ति का माहौल है। श्रद्धालु उपप्रवर्तनी डॉ. प. पू. प्रियदर्शनीजी महाराज साहब के दर्शन कर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। “संथारा व्रत जैन धर्म में आत्मशुद्धि और मोक्ष प्राप्ति की उच्चतम साधना मानी जाती है। यह व्रत आत्मा को परम शांति की ओर अग्रसर करता है।”
