डॉ. मुनिराज लाभेश विजयजी महाराज ने धर्मसभा में दिया आत्मशुद्धि और ज्ञान का संदेश
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : 29 जून को पुणे के कात्रज स्थित दुग्गड़ फार्म हाउस से डॉ. मुनिराज लाभेश विजयजी महाराज की चातुर्मास गुरुप्रवेश यात्रा का शुभारंभ हुआ। जैसे ही यह यात्रा श्रीमद राजराजेन्द्र सुरिश्वरजी जैन प्रतिष्ठान गुरुधाम पहुँची, श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का भव्य दृश्य देखने को मिला। यहीं मुनिराज लाभेश विजयजी महाराज आगामी चातुर्मास के लिए विराजमान होंगे।
गाजे-बाजे, नृत्य-गान और जयकारों से सजी इस शोभायात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। यात्रा के गुरुधाम पहुँचते ही धर्मसभा का शुभारंभ हुआ। सभा की शुरुआत सामूहिक गुरु वंदन से की गई।
इसके बाद श्री राजराजेन्द्र सुरिश्वरजी महाराज की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन मुख्य लाभार्थी भरतकुमार जयंतीलालजी चंदावत (सेवाड़ी/पुणे परिवार) और गुरुधाम ट्रस्ट मंडल के ट्रस्टियों द्वारा किया गया।
धर्मसभा में संगीतकार संजय रांका ने अपने मधुर सुरों से गुरुदेव का स्वागत किया, वहीं मंच संचालन भूषण ललित परमार ने ओजस्वी वाणी से वातावरण को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में मुंबई-राजस्थान पाक्षिक के प्रधान संपादक व जीवदया प्रेमी ललित शक्ति, पुणे व आसपास के ट्रस्ट मंडल ट्रस्टिगण एवं अनेक गणमान्यजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
गुरुधाम ट्रस्ट द्वारा चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी चंदावत परिवार, संगीतकार संजय रांका और मंच सारथी ललित परमार का बहुमान कर उनके योगदान को श्रद्धापूर्वक नमन किया गया।
अपने प्रवचन में डॉ. मुनिराज लाभेश विजयजी महाराज ने चातुर्मास की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह काल केवल वर्षावास नहीं, बल्कि आत्मशोधन और संस्कारों के सिंचन का समय है।
उन्होंने कहा कि धर्म से ही कर्म में शक्ति आती है और मन की मलिनता दूर होती है। साथ ही उन्होंने जैन साहित्य के संपादन और प्रचार-प्रसार का आजीवन संकल्प लेने की घोषणा करते हुए समाज में ज्ञान का दीप प्रज्वलित करने का आह्वान किया।
गुरु कांबली चढ़ावा कौशल्या देवी एम. भंवरलालजी (भीनमाल), गुरु पूजन चढ़ावा सियाणा (राजस्थान) के छगनलालजी मिश्रीमलजी सोलंकी तथा गुरु आरती चढ़ावा शिवगंज (राजस्थान) की अंजनादेवी आनंदजी बौराणा द्वारा लिया गया।
इस अवसर पर अनेक संघों और नगरों से पधारे गुरु भक्तों का बहुमान किया गया। चातुर्मास काल में प्रति रविवार तीन महामंगलकारी महामंगलिक एवं दो पूजन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
