2100 आठई व्रत : सवा करोड़ नवकार जाप : गुरु भक्ति का महापर्व
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पुणे में 18 से 26 जुलाई 2025 तक श्री गुरु आनंद आठई महोत्सव का अत्यंत भव्य आयोजन वर्धमान सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन पुणे को संयम, साधना और गुरु भक्ति की नई ऊँचाइयों तक ले जाने वाला है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर उपाध्याय प. पू. श्री प्रवीणऋषिजी म. सा. (आदि ठाणा-2), प. पू. श्री आदर्शज्योतिजी म. सा. (आदि ठाणा-3) तथा प. पू. श्री सुनंदाजी म. सा. (आदि ठाणा-6) सहित अनेक वरिष्ठ संत पुणे को अपने दिव्य सान्निध्य से आलोकित कर रहे हैं।
इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण है 2100 आठई संकल्प यानी 8 दिन का उपवास, जो न केवल आत्म साधना का प्रतीक है, बल्कि गुरु भक्ति की पराकाष्ठा भी दर्शाता है। प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति द्वारा आठई व्रत लेने का भावपूर्ण आह्वान किया गया है, जिससे हर घर आध्यात्मिक ऊर्जा से भर सके।
गुरु की आज्ञानुसार हजारों लोगों द्वारा ली गई आठई, पुणे में आत्म जागरण का एक नया अध्याय लिखने जा रही है। यह भक्ति नहीं, यह संकल्प है। – राजेंद्र मुथा
सव्वा करोड़ नवकार महामंत्र जाप, हजारों आठई व्रत और गुरु भक्ति पुणे समाज इस बार अध्यात्म की ऊँचाई छूने वाला है। – सचिन नाहर
126वां गुरु जन्मोत्सव अब ‘आठई महोत्सव’ के रूप में स्मरणीय बनेगा, जो संयम, सेवा और समर्पण का अमिट उदाहरण रहेगा। – लखीचंद खींवसरा

















