परिवर्तन चातुर्मास समिति का प्रेरणादायी उपक्रम
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : प. पू. प्रवीणऋषीजी म. सा. आदी ठाणा के पावन सान्निध्य एवं आध्यात्मिक प्रेरणा में, आचार्य सम्राट आनंदऋषीजी म. सा. के जन्मोत्सव के अवसर पर आदिनाथ जैन स्थानक एवं परिवर्तन चातुर्मास समिति की ओर से पुणे की 43 सेवा संस्थाओं को जीवनोपयोगी सहयोग प्रदान किया गया, जिससे समाज में सेवा और संवेदनशीलता का नया संदेश प्रसारित हुआ।
इन संस्थाओं में अनाथालय, अंधशाला, वृद्धाश्रम एवं मतीमंद बच्चों की देखरेख करने वाले केंद्र सम्मिलित थे। समिति द्वारा इन सभी संस्थाओं को लगभग 13 लाख रुपये मूल्य के 9 प्रकार के आवश्यक धान्य देकर यह सहयोग प्रदान किया गया।
इस सेवा संकल्प में विजय भंडारी, राजश्री पारख, सुनील नहार, अजित शहा, प्रकाश बोरा, सज्जनबाई बोथरा एवं रविंद्र नहार जैसे अनेक प्रमुख सेवाभावी व्यक्तियों ने अपना बहुमूल्य योगदान देकर आयोजन को सफल बनाया।
इस पुनीत प्रकल्प का समर्पित संचालन अनिल नहार, राजेश नहार एवं उनकी कर्मठ टीम द्वारा अत्यंत श्रद्धा एवं समर्पण के साथ किया गया। इस अवसर पर प. पू. प्रवीणऋषीजी म. सा. ने अपने उद्बोधन में कहा, “जब किसी ज़रूरतमंद के जीवन में उपयोगी वस्तु पहुँचती है, तो वह सिर्फ़ सहायता नहीं होती, बल्कि उसके जीवन में विश्वास, आत्मबल और सम्मान का संचार होता है।
यही सच्ची सेवा है, यही धर्म है।” यह आयोजन न केवल परिवर्तन यात्रा की सेवा परंपरा को पुष्ट करता है, बल्कि समाज में करुणा, मानवता और नैतिक जिम्मेदारी की भावना को भी गहराई से जागृत करता है।
