परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पुणे जैन समाज की उत्साही सहभागिता
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : परिवर्तन चातुर्मास 2025 के अंतर्गत पुणे शहर में आज पर्युषण महापर्व का शुभारंभ अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव से हुआ। उपाध्याय प्रवर श्री प्रवीणऋषिजी म. सा. (आदि ठाणा-2), दक्षिणज्योति प.पू. श्री आदर्शज्योतिजी म.सा. (आदि ठाणा-3) तथा जिनशासन गौरव प.पू. श्री सुनंदाजी म.सा. (आदि ठाणा-6) के पावन सान्निध्य में आज का यह शुभ दिन मंगलमय बना।
सुबह अंतगड़ सूत्र वाचन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस विशेष वाचन में 90 सिद्ध आत्माओं के जीवन और उनके मोक्षमार्ग की कथाएँ श्रद्धापूर्वक सुनाई जाती हैं, जो आत्मशुद्धि और आत्मजागरण का अद्वितीय संदेश प्रदान करती हैं।
शाम को प्रतिक्रमण का आयोजन होगा, जिसमें आत्मावलोकन, आत्मशुद्धि और क्षमा-भाव के साथ श्रद्धालु भाग लेंगे। दिनभर विविध धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी, जिनमें पुणे जैन समाज के सभी वर्गों की उत्साही सहभागिता रही। इस अवसर पर परिवर्तन चातुर्मास समिति की ओर से दानवीर उद्योगपति प्रकाश धारीवाल, दीना धारीवाल का विशेष सत्कार एवं सम्मान किया गया।
“गुरुदेवों के सान्निध्य में यह पर्व आत्मा को पवित्र बनाने का अद्वितीय अवसर है। समाज की एकता और समर्पण देखकर हृदय आनंदित हुआ।” – प्रकाश धारीवाल, दानवीर उद्योगपति
“पर्युषण महापर्व का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक भी है। इस पर्व ने समाज को आत्मशुद्धि और संगठन का नया संदेश दिया है।” – राजकुमार चोरडिया , जेष्ठ उद्योगपती
“समाज के हर वर्ग की सक्रिय सहभागिता ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। पुणे जैन समाज की यह एकजुटता पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है।” – सुनील नहार, अध्यक्ष : चातुर्मास समिति
