महासाध्वी डॉ. राजश्रीजी म. सा. साने प्रवचन में किया मार्गदर्शन
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : आकुर्डी- निगडी- प्राधिकरण श्री संघ के प्रांगण मे चातुर्मासार्थ विराजीत महासाध्वी डॉ. राजश्री जी म.सा. आदि ठाणा ४ के निश्रा मे पर्वाधिराज पर्युषण पर्वका धर्मअनुरागीयोंने बडे उल्हासएवं उमंग के साथ सामुहिक प्रार्थना, अखंड ८ दिवसीय २४ घंटेका “नवकार महामंत्र” जाप, प्रवचन , तप आराधना आदिके माँध्यमसे स्वागत हो रहा है।
आजका प्रवचन का विषय था “ चरित्रवान होता है महान”। आज के कार्यक्रममे पुना के प्रसिध्द उद्योजक भामाशा श्रीमान रमणलालजी लुंकड आशादेवी लुंकड सह परिवार उपस्थित थे। पुत्र रविंन्द्र जी ने ४ उपवासका प्रत्याख्यान किया।
दोनो पुत्र वधु भी जिनवाणी सुनने पधारी। ४ मॉंस के गौतमप्रसादी का लाभ भामाशा श्रीमान रमणलालजी लुंकड परिवारके लिया। श्री संघ के औरसे मोमेंन्टो स्म्रुति चिन्ह) देकर एवं शालमालासे पुरा परिवार को नवाज़ा गया।
दोपहर के सत्र में कल्पसूत्र वाचन हुआ। एवं अनुपुर्वि पहचान यह प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता के विजेताओंको छाजेड भाईपा के औरसे पारितोषिक प्रदान किये गये। उपस्थित धर्मअनुरागीयोंका एवं सन्माननीय अतिथीयोंका स्वागत संघाध्यक्ष सुभाष ललवाणी ने किया।
