संस्कार दाता दादी कुसुमदेवी का अमृत महोत्सवी अभिष्टचिंतन
महाराष्ट्र जैन वार्ता
चिंचवड : समरथगच्छाधिपति गुरुदेव उत्तमचंदजी म.सा. की अजानिवर्ती साध्वी गुडीयाँजी म.सा. आदि ठाणा ६ के सान्निध्य में, दोनों भाई-बहन सिमरन एवं रोहन ने छोटी उम्र में नक्षत्र मासखमण (२७ और २८ निरंतर उपवास) कर धर्म प्रभावना की। तप आराधना की शुरुआत दोनों ने ३, ५, ८, ११, १५, और २१ उपवासों की तपस्या के साथ की और अब वे नक्षत्र मासखमण तक पहुंचे हैं।
दोनों अपनी पढ़ाई के साथ-साथ तप आराधना भी करते आए हैं। इन बच्चों ने यह धर्म संस्कार अपने पड़दादा से प्राप्त किए हैं। सिमरन डॉक्टर हैं और रोहन अभियंता (सिविल इंजीनियर) हैं।
अभिनंदन समारोह के साथ अभिष्टचिंतन भी आयोजित किया गया।
राजेश एवं महेश धोका की माताजी कुसुम का 75वां जन्मदिन मनाया गया। इस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में विधायक उमाताई खापरे, राज्य काँग्रेस के महासचिव अभय छाजेड, समाजसेवी सुभाष ललवाणी, अशोक बाफणा, उद्यमी एवं समरथ गच्छ के संघटक मंत्री दिलीप चोरडीया और समाज के अनेक गणमान्य श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।
इस समारोह में सुभाष ललवाणी ने धोका परिवार के पड़दादा से लेकर आज की युवा पीढ़ी तक के सभी सदस्यों के विशेष गुणों की जानकारी देकर शुभकामनाएं प्रकट कीं। विधायक एवं पारिवारिक सदस्य उमाताई खापरे ने भी गौरव के शब्दों में शुभकामनाएं दीं।
अभय छाजेड ने अपने पारिवारिक रिश्ते का उल्लेख कर शुभकामनाएं प्रदान कीं। चिंचवड गांव समरथगच्छ के अध्यक्ष सुरेश धोका, दिलीप चोरडीया, अमृत कटारिया, रिखव कटारिया आदि पदाधिकारियों द्वारा एवं आकुर्डी-निगडी-प्राधिकरण श्री संघ के अध्यक्ष सुभाष ललवाणी, जवाहर मुथा, विजय गांधी, सूर्यकांत मुथियान, नेनमुख मांडोत, प्रकाश मुनोत एवं निगडी प्राधिकरण के अध्यक्ष नितीन बेदमुथा ने तीनों विभूतियों को शॉल-माला आदि से नवाजा। इस समारोह के आयोजन में दिलीप चोरडीया का अतुलनीय सहभाग रहा। समापन पर महेश धोका ने सभी उपस्थित मान्यवरों के प्रति ऋण निर्देश प्रकट किए। समारोह का जितेंद्र वोरा ने किया।
