प्रवीण ऋषिजी म.सा. की प्रेरणा से आत्मजागरण की दिशा में अद्वितीय पहल
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : प्रेरणा पुरुष, उपाध्याय प्रवर, अर्हम् विज्जा प्रणेता प. पू. प्रवीण ऋषिजी म.सा. की प्रेरणा से ‘अर्हम् पुरुषाकार मेडिटेशन’ का ७२ घंटे का विशेष शिविर पुणे में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। यह शिविर २ अगस्त से ४ अगस्त तक वर्धमान संस्कृति केंद्र, गंगाधाम में आयोजित किया गया।
इस आत्मिक साधना के शिविर में ५१ साधकों ने भाग लिया, जिसमें उन्होंने सतत मौन, ध्यान और आत्मनिरीक्षण के माध्यम से भीतर की यात्रा की अनुभूति की। यह शिविर पूर्णतः मौन आधारित था, शिविर स्थल पर प्रवेश के समय साधकों से उनके मोबाइल फ़ोन भी एकत्र कर लिए गए, जिससे वे पूर्णतः बाह्य संपर्क से अलग होकर अंतर्मुखी साधना में लीन हो सकें।
इस दिव्य प्रयास का उद्देश्य केवल ध्यान नहीं, बल्कि आत्म-जागरण, विचार शुद्धि और जीवन की सही दिशा का बोध कराना रहा। शिविर का आयोजन अर्हम् पुरुषाकार मेडिटेशन टीम, पुणे द्वारा किया गया, जो वर्षों से जनमानस में ध्यान और धर्म की गहराई पहुँचाने हेतु समर्पित है। आने वाले समय में ऐसे और भी शिविर आयोजित करने का मानस और हम पुरुषाकर टीम पुणे ने किया है।
“यह शिविर आत्मिक ऊँचाई छूने का एक अवसर था। पूर्ण मौन में रहकर व्यक्ति स्वयं से जुड़ पाता है, यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।” – निना नहार
“७२ घंटे तक बिना मोबाइल और बिना बोलचाल के रहना आज के युग में एक कठिन तप है, लेकिन साधकों ने जिस समर्पण से इसे निभाया, वह अद्वितीय है।” – तेजल पटवा
“इस शिविर में स्त्रियों और पुरुषों दोनों ने समान रूप से भाग लेकर दिखाया कि आत्म-जागरण का मार्ग सभी के लिए खुला है, बस एक आंतरिक पुकार की आवश्यकता है।” – शीतल संघवी
अर्हम् विज्जा के सभी शिबिर के लाभार्थी है सुहाना एवं प्रवीण मसाले के प्रमुख श्रीमान राजकुमार जी, विशाल कुमारजी, आनंद कुमारजी और चोरडिया परिवार। – राजकुमार चोरडिया
