पहली बार नॉलेज के साथ में प्रैक्टिकल वर्कशॉप का आयोजन
महारष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : जीतो पुणे चैप्टर फाउंडेशन की स्वास्थ्य समिति द्वारा रविवार, 19 जनवरी 2025 को JITO CFE के तत्वावधान में जीतो ऑफिस, पुणे में CPR तकनीक पर एक विशेष हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में जैन समाज और जीतो के 60 सक्रिय सहभागियों ने हिस्सा लिया। इस सत्र में सीमित रजिस्ट्रेशन के कारण सभी सहभागियों को व्यक्तिगत और व्यावहारिक प्रशिक्षण मिला, जिससे वे इमरजेंसी स्थितियों में इस तकनीक का सही और आत्मविश्वास से उपयोग कर सकें।
कार्यक्रम का नेतृत्व प्रख्यात डायबिटोलॉजिस्ट और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सम्राट शाह ने अपनी टीम के साथ किया। उन्होंने विशेष रूप से तैयार किए गए मैनिकिन्स पर CPR तकनीक की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी और हर सहभागी को व्यक्तिगत रूप से इसका अभ्यास करवाया।
डॉ. शाह ने CPR के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह तकनीक कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाने में सहायक हो सकती है। उन्होंने हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच अंतर समझाया और बताया कि कार्डियक अरेस्ट के दौरान CPR कितनी महत्वपूर्ण है।
डॉ. शाह ने कहा कि भारत में मेडिकल सहायता पहुंचने में अधिक समय लगता है, इसलिए CPR जैसी फर्स्ट एड तकनीक और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने जीतो की सराहना करते हुए समाज में इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्रों की आवश्यकता को बताया और सुझाव दिया कि पुणे की विभिन्न हाउसिंग सोसायटी में इमरजेंसी किट तैयार रखी जाए।
डॉ. शाह और उनकी टीम ने सभी 60 सहभागियों को मैनिकिन्स पर प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया और उनके सवालों के जवाब देकर उन्हें आत्मविश्वास दिलाया।
कार्यक्रम में जीतो चैप्टर के अध्यक्ष इंद्रकुमार छाजेड़, मुख्य सचिव दिनेश ओसवाल, अपैक्स सेंटर फॉर एक्सीलेंस की खुशाली चोरडिया, स्वास्थ्य समिति के डायरेक्टर आनंद चोरडिया, संयोजक सचिन जैन, सह संयोजक राजेश सुराना तथा जीतो के दिलीप जैन, रुपेश कोठारी, किशोर ओसवाल, जयेश फुलफगर, अमोल कुचेरिया, राहुल संचेती, अचला भंडारी, एकता भंसाली, संदीप खिवंसरा, प्रभा ओसवाल और डॉ. अक्षिता सोलंकी सहित कई अन्य पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
इस सत्र का संचालन तनीशा राठौड द्वारा किया गया और रजिस्ट्रेशन एवं तकनीकी व्यवस्था पारस सुराना द्वारा की गई। डॉ. शाह के साथ उमेश ताम्बडे और किशोर सावंत ने मैनिकिन्स पर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में सहभागियों को सहयोग प्रदान किया।
सभी सहभागियों ने जीतो स्वास्थ्य समिति के इस प्रयास की सराहना की और समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए ऐसे सत्रों के नियमित आयोजन का आग्रह किया।
