प्रवीणऋषिजी म.सा. के सानिध्य में समाज एकता पर होगी विशेष चर्चा
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : पुणा सकल संघ के तत्वावधान में रविवार, 26 अक्टूबर 2025 को वर्धमान सांस्कृतिक केंद्र में जैन एकता अधिवेशन का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन उपाध्याय परम पूज्य प्रवीणऋषिजी म.सा. के मंगलमय सानिध्य में प्रातः 9 बजे प्रारंभ होगा।
इस अधिवेशन में समाज की एकता, संगठन और भविष्य की दिशा पर विचार-विमर्श किया जाएगा। समाज के विभिन्न घटकों को एक सूत्र में बांधने, नई पीढ़ी को जैन मूल्यों से जोड़ने तथा सामूहिक कार्यों की दिशा तय करने जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी।
आयोजक मंडल ने सभी समाजबंधुओं से आग्रह किया है कि वे अपने परिवार सहित इस अधिवेशन में सहभागी बनें और अपने सुझाव एवं विचार साझा करें। कार्यक्रम के पश्चात गौतमप्रसादी का भी आयोजन रखा गया है।
उसी दिन, रविवार 26 अक्टूबर को पुना सकल संघ के संस्थापक अध्यक्ष एवं समाजसेवी जानता राजा विजयकांतजी कोठारी का 82वां जन्मोत्सव भी विशेष रूप से मनाया जाएगा। यह आयोजन उपाध्याय परम पूज्य प्रवीणऋषिजी म.सा. के सानिध्य में प्रातः 10:30 बजे आयोजित किया गया है।
संघ की ओर से सभी जैन समाजबंधुओं से विनम्र निवेदन है कि वे इस अवसर पर उपस्थित होकर विजयकांतजी कोठारी को शुभकामनाएँ दें और इस जैन एकता एवं प्रेरणा दिवस का हिस्सा बनें।
“जैन एकता अधिवेशन समाज को एक दिशा देने का प्रयास है। जब सभी घटक एकजुट होकर विचार करते हैं, तब समाज में स्थायी और सकारात्मक परिवर्तन संभव होता है।” – पोपटलाल ओसवाल
“विजयकांतजी कोठारी जैसे प्रेरक व्यक्तित्व समाज की धरोहर हैं। उनके जन्मोत्सव के साथ समाज का एकत्र होना, जैन एकता का सजीव उदाहरण है।” – विलास राठौड़
“संगठन की भावना ही समाज की शक्ति है। यह अधिवेशन समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक नई ऊर्जा और सामूहिक सोच का संचार करेगा।” – अनिल नहार

















