जीतो पुणे ऑफिस में आयोजित जीतो सदस्यों को मिली प्रशासनिक सेवा व सामाजिक दायित्व की प्रेरणा
महाराष्ट्र जैन वार्ता
पुणे : जीतो पुणे ऑफिस में आयोजित सुहाना कॉफी टेबल मीट एक प्रेरणा का स्त्रोत बन गई, जब कार्यक्रम में आईएएस आनंद भंडारी और उनकी धर्मपत्नी डॉ. स्मिता भंडारी ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। दोनों की विनम्रता, मृदुभाषिता और जमीन से जुड़ा व्यवहार सभी के दिलों को छू गया।
14 से अधिक विभागों का नेतृत्व कर रहे आनंद भंडारी ने अपने नायब तहसीलदार से लेकर सीईओ, अहिल्यानगर तक के प्रशासनिक सफर को सहज और सरल शब्दों में साझा किया। उन्होंने बताया कि सरकारी सेवा के माध्यम से समाज की सच्ची सेवा कैसे संभव है, और जैन समाज के युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं में आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का संचालन जीतो पुणे के अध्यक्ष इंद्रकुमार छाजेड़ और चीफ सेक्रेटरी दिनेश ओसवाल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में CWC सदस्य रुपेश कोठारी, अॅड. विशाल शिंगवी, डायरेक्टर प्रवीण चोरबेले ओर आनंद चोरडिया की उपस्थिति ने भी आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।
आयोजन में डायरेक्टर इंचार्ज अभिजीत डुंगरवाल, कन्वेनर किशोर ओसवाल, संजय संघवी, अनिल भंसाली, प्रसन्न मेहता, आनंद मेहता, और राजेंद्र ललवानी ने विशेष रूप से सहयोग किया।
इस समय सुमतीलाल लोढा, राहुल कर्नावट, राहुल संचेती, सुमित कटारिया, संजय राठोड, श्रीमल बेदमुथा, राजेश जैन, राजेश सुराणा, हेमल भायानी, सचिन जैन, सुरेश नाब्रिया, इंडस कॅपिटल के गौरव गुप्ता, दक्षा जैन, रूपल चोरडिया इनकी प्रमुख उपस्थिती थी।
आनंद भंडारी द्वारा युवाओं को दी गई दो गहरी सीखें –
रोजाना 30 मिनट किताबें पढ़ने की आदत डालें : “अगर हम पढ़ेंगे तो हमारे बच्चे भी पढ़ेंगे और सोच की ऊँचाइयों तक पहुंचेंगे।” उन्होंने बताया कि वे आज भी हर महीने 8 किताबें पढ़ते हैं।
मियावाकी–जापानी पद्धति से वनीकरण का प्रेरक उदाहरण : उन्होंने बताया कि एक बंजर भूमि में केवल कुछ वर्षों में 11,000 पेड़ लगाकर एक घना जंगल विकसित किया गया।
यह दिखाता है कि हम मातृभूमि के लिए कितना बड़ा योगदान दे सकते हैं।
“आईएएस आनंद भंडारी और डॉ. स्मिता भंडारी जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए आदर्श हैं। उनके विचारों ने युवाओं को एक नई दिशा दिखाई है।” – इंद्रकुमार छाजेड़, चेयरमैन, जीतो पुणे चैप्टर
कॉफी टेबल मीट जीतो का एक बहुत ही लोकप्रिय और प्रेरणादायी कार्यक्रम बन चुका है। इस मंच के माध्यम से जीतो के उद्यमियों को नई सोच, नए विचारों, और व्यावसायिक दृष्टिकोण से अवगत होने का अवसर मिलता है। यह कार्यक्रम न सिर्फ़ नेटवर्किंग और संवाद का सशक्त माध्यम है, बल्कि यह प्रेरणा, ज्ञान, मार्गदर्शन और प्रगति का सशक्त स्रोत बन गया है। हर मीट में कुछ नया सीखने, समझने और आगे बढ़ने की ऊर्जा मिलती है यही इसकी सबसे बड़ी सफलता है। – दिनेश ओसवाल, चीफ सेक्रेटरी, जीतो पुणे चैप्टर
